Zubeen Garg की मौत स्कूबा डाइविंग के समय हुई तो उसके बाद हालांकि जिस तरह से अशोक की लहर हर तरफ दौड़ती हुई दिखाई दी तो शायद यह पहली बार होगा की जुबीन गर्ग की अंतिम विदाई के बीच इस कदर जन सैलाब उम्र हो यह तस्वीर गवाह है कि आखिर सड़क पर खड़ी एक बूढी मां से लेकर गोद में उठाए हुए छोटा बच्चा महिला हो हर तरफ आंख भरी हुई दिखाई दे रही थी। लेकिन इससे भी दुख की बड़ी बात यह है कि प्रदेश भर में जिस तरह से शोक की लहर देखी गई तो वहीं असम में हर तरफ जुबीन गर्ग को याद करते भावुक आंखों देखी जा सकती थी।
लेकिन इस अशोक की लहर में तथा अतीत नेशनल मीडिया जैसे जुबीन गर्ग को भुला है उसमें आश्चर्यजनक है की एशिया क्रिकेट कप को लेकर नेशनल मीडिया इतना व्यस्त हो गया की जिससे जुबिन गर्ग को लेकर हर तरफ शोक की लहर है उसके लिए समय नहीं निकल पाया जिस पर डॉक्टर कुमार विश्वास ने गहरा दुख जताते हुए अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट किया और दुख व्यक्त किया।
