लुधियाना, 18 सितंबर: केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) लुधियाना आयुक्तालय ने एक बड़े फर्जी जीएसटी चालान रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें ₹455 करोड़ की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। इस मामले में, दो व्यक्तियों, एक पिता-पुत्र की जोड़ी को गिरफ्तार किया गया है।
गुप्त सूचना के आधार पर, सीजीएसटी अधिकारियों ने 16 सितंबर को लुधियाना में कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान, मेसर्स वासु मल्टीमेटल्स, मेसर्स एसवीएम मल्टीमेटल्स प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स इंगॉटैस्टिक एलएलपी नामक तीन संबंधित फर्में इस घोटाले में शामिल पाई गईं।
इन फर्मों ने फर्जी चालान के माध्यम से ₹69.41 करोड़ के इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का अवैध रूप से लाभ उठाया, जिससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हुआ। इन फर्जी बिलों का इस्तेमाल अपनी जीएसटी देनदारियों को कम करने के लिए किया गया था।
जांच के बाद, इन फर्मों को चलाने वाले पिता-पुत्र को केंद्रीय जीएसटी अधिनियम, 2017 के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सीजीएसटी लुधियाना ने पुष्टि की है कि इस पूरे नेटवर्क का पता लगाने और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान करने के लिए आगे की जांच जारी है। यह कार्रवाई कर धोखाधड़ी के खिलाफ विभाग की सख्त प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
