Apple Farmer Sad जम्मू कश्मीर: त्योहारों का सीजन आने को है वहीं सेब की कीमतें आसमान छू रही है जिसमें लोग सेब लेने की जगह विकल्प ढूंढ रहे हैं हालांकि सेब में देखा जाए तो सेब की फसल जम्मू कश्मीर में इस बार बेहद अच्छी हुई है उसके बावजूद सेब के दाम बढ़ क्यों रहे हैं?
जम्मू कश्मीर में सड़कों पर सेब पड़ा हुआ आम मिल जाएगा और आज हालत किसान की यह है कि वहां के किसान भी पंजाब के किसान की तरह आत्महत्या करने की बात करना शुरू हो चुके हैं ,जिस्म की व्यापारी से लेकर किसान तक को लाखों रुपए का नुकसान हो चुका है। NH 44 राज्य मार्ग लंबे समय से बंद पड़ा हुआ है क्योंकि अगस्त में हुई बारिश और भूस्खलन की वजह से श्रीनगर जम्मू हाईवे बंद पड़ा हुआ है और ट्रैकों की कतारें लगी हुई है ।जिसकी वजह से ट्रैकों में भरा सेब खराब होना शुरू हो चुका है पर जो सेब वापस लौट रहा है वह बुरी तरह से सड़ चुका है जिसकी वजह से व्यापारी और किसान सेब को सड़कों पर गिरा रहे हैं। वहीं व्यापारियों का कहना है कि इस बार फसल अच्छी हुई थी। जहां पहले 20 से 22 करोड़ पेटी जम्मू कश्मीर से सेब के सीजन में निकलती है तो किसानों और व्यापारियों को अनुमान था कि यह आंकड़ा 25 करोड़ तक जाएगा लेकिन राजमार्ग बंद होने की वजह से बाकी किसी जगह पर सप्लाई नहीं हो पा रहा है।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बताया है कि उन्होंने केंद्र के साथ इसके बारे में बात की जिसमें नितिन गडकरी से वह संपर्क कर चुके हैं और राज्यपाल को ज्ञापन सौंप चुके हैं ।लेकिन कोई हल निकलता हुआ दिखाई नहीं दे रहा वहीं दूसरी तरफ लोगों का गुस्सा राज्य और केंद्र सरकार दोनों पर निकलता दिखाई दे रहा है और सवाल पूछ रहे हैं कि क्या हम इस तरह से सुपर पावर बनेंगे जब हमारे संपर्क सड़कों से इस कदर टूट जाए की कोई सप्लाई बाहर नहीं जा सकती।
जम्मू कश्मीर की जीडीपी में 8% हिस्सा सेब का व्यापार डालता है लेकिन इस बार सेब की फसल ने हालत खराब कर दिए हैं किसानों से लेकर व्यापारियों तक के चेहरे मुरझा चुके हैं और अभी भी कोई हल निकलता हुआ दिखाई नहीं दे रहा जिसमें की ट्रक लगातार वापस आ रहे हैं और जो पेटी बंद पड़ी हुई है वह सड़ने को मजबूर है। जिस वजह से किसान अब सेब को गिरा रहे हैं। दूसरी तरफ देखा जाए तो त्योहारों के सीजन में फलों का जिस तरह से इस्तेमाल होता है और लोगों के खाने से लेकर धार्मिक तौर पर इस्तेमाल होने वाले फलों में सेब की अहमियत है उसमें महंगाई बेहद बढ़ चुकी है जिस वजह से आम लोग तो सेब खरीदने से या कतरा रहे हैं या खरीद नहीं पा रहे हैं।
