2017 में डिवाइडर पर करंट लगने से नौजवान की मौत हो गई थी जिसमें अब 8 साल बाद फैसला आया है कि दोषी को 1 साल की सजा और 10 लख रुपए जुर्माना कोर्ट की तरफ से किया गया है।
पंचकूला में 2017 के बीच एक नौजवान की बिजली के तार से करंट लगने के कारण मौत हो गई थी। यह हादसा डिवाइडर पर हुआ था जिसमें परिवार की तरफ से केस दर्ज करवाया गया और 8 साल तक कानूनी लड़ाई लड़ी ,जिसमें कि अब कोर्ट की तरफ से एमसी के कर्मचारियों को दोषी ठहराया गया है और उसे 1 साल की सजा और 10 लख रुपए जुर्माना लगाया गया है।
