पंजाब में एक बार को लेकर बड़ा नुकसान पंजाब में हुआ है जी बीच बाढ़ के कर्म को लेकर जहां अलग-अलग चर्चाएं और बहस रही है उसमें सबसे बड़ा सवाल यह भी रहा है कि बीबीएमबी का प्रबंध पंजाब के पास होना चाहिए क्योंकि कोई भी फैसला अगर करना हो तो पंजाब को बीबीएमबी के प्रबंधन पर डिपेंड रहना पड़ता है। मंत्री वरिंदर गोयल ने विधानसभा के विशेष सत्र में लाचारी जाहिर करते हुए कहा की BBMB के फैसले करने का हक पंजाब को होना चाहिए।
मंत्री वीरेंद्र गोयल ने सदन में बोलते हुए कहा कि यह प्राकृतिक आफ़त है जिसे हम ने पहली बार देखा है। ऐसे हालात , 1988 में जो बाढ आई थी उस समय जो पानी आया था उससे कई गुना ज़्यादा पानी इस बार आया है ,10 लाख क्यूसेक पानी पहाड़ी खड्ड और नाले से पंजाब में आया है ।
वही गोयल ने बीएमपी पर बोलते हुए कहा की भा़खड़ा ब्यास का सारा प्रबंध पंजाब सरकार के पास होना चाहिए ताकी हम इस को लेकर फैसला ले सके की कितना पानी छोड़ना है कितना रोकना है , कारण कई बार ऐसा होता है की की अहम फैसले हमे करने होते है तो पत्र लिखना पड़ता है , बीबीएमबी की जिद या मनमानी के कारण हम कोई फैसले नहीं कर पाए है ।
