33 वर्ष बाद 70 वर्षीय अर्जित कौर को जिस तरह से अमेरिका से डिपोर्ट किया गया उसको लेकर हर तरफ पंजाब और भारत में रोज की लहर है जिसमें सभी का मानना है कि जब वह वहां पर इतने वर्षों से रह रही थी और उनकी तरफ से कोई भी अपराधी घटना नहीं की गई तो उन्हें वहां रहने देना चाहिए था इसको लेकर पंजाब के राजनीतिक की बात करें तो आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की तरफ से भी अमेरिका के स्पेशलिटी निंदा की गई है और केंद्र की भाजपा सरकार पर सवाल खड़े किए गए हैं।
वित्त मंत्री पंजाब हरपाल सिंह चीमा ने माता हरजीत कौर को लेकर रोज व्यक्त करते हुए कहा कि जो अमानवीय व्यवहार उनके साथ हुआ था ठीक नहीं है और अमेरिका की तरफ से जो नीति अपनी गई वह मानव अधिकार का भी उल्लंघन है।
कांग्रेस के सीनियर नेता और नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने भी अमेरिका कि फैसले का विरोध किया है और उन्होंने कहा कि जब वह बुजुर्ग अपने बच्चों के साथ एक आम जिंदगी व्यवस्थित कर रही थी तो उन्हें निकाला नहीं जाना चाहिए था जिसमें उन्होंने सवाल खड़ा किया कि केंद्र की विदेश नीति थी कमजोर पड़ी है।
